धान की फसल ( Paddy crop ) से संबन्धित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी पीजीटी/टीजीटी Agriculture
धान की फसल
· वैज्ञा निक नाम : ओराइजा सेटाइवा
· कुल : ग्रेमानी
· जगत: पादप
· अश्रेणीत: एंजियोस्पर्म
· अश्रेणीत: एकबीजपत्री
· अश्रेणीत: कॉमेलिनिड
· गण: पोअलेस
· कुल: पोआसी
· वंश: Oryza
· जाति: ओ सैटिवा
· जन्म – साउथ ईस्ट एशिया ( चटर्जी 1948 )
· भारत मे उत्पत्ति – धान की खेती का प्रारम्भ ई0 पू0 3000 वर्ष में हुआ था |
· विश्व में धान – चीन, भारत, पाकिस्तान, जापान, कोरिया, फरमुसा, इंडो-चाइना , थाइलेंड , मलाया, फिलीपीन्स, अमेरिका आदि देशो मे उगाया जाता हे, इन देशो में आधे से ज्यादा जनसंख्या का प्रमुख भोजन चावल ही है |
· भारत मे धान – भारत मे धान उत्पादक पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश आदि इसके बाद उड़ीसा , मध्य प्रदेश आता है |
· भारत चावाल मे चीन के बाद दूसरे स्थान पर आता है |
· पौध रोपाई की जाती है
· बोने से पहले बोज को शोधित करना चाहिए ( स्ट्रोसाइक्लिन रसायनिक )
· भूमि – दोमट, दोमट चिकनी होना चाहिए |
· किस्में – नरेंद्र, पंतधान, अराइज़, 6444, खुसबू, सुगंधा, आदि |
· धान में प्रोटीन की मात्र 7-8 % पायी जाती है |
· कार्वोहाइड्रेड की मात्र 77-79 % पायी जाती है |
· धान के खेत मे आक्सीजन की कमी हो जाती है
· धान के खेत में मीथेन गैस पायी निकलती है |
· धान – शॉर्ट डे एवं स्वम प्परगित प्रकार का पौधा है |
· खरपतवार – निराई- गुड़ाई |
· रोग – जीवाणु झुलसा , शीथ झुलसा, जीवाणु, धारी, झोंका , सफ़ेद रोग, पत्तियों पर भूरा धब्बा, खैरा रोग, कंडुआ रोग आदि
· कीट – धन का बंका, पत्ती लपेटक, धान तना, धान की पत्तियों के हरे फुदके, धान के भूरे / सफ़ेद फुदके, जड़ की सूँडी, धान की गोभ गिजर, दलीय गिडार आदि